हाउसिंग फाइनेंस कंपनी इंडियाबुल्स ने पीएम केयर फंड में 21 करोड़ रुपये डोनेट की है। चलिए, ये तो अच्छी बात है लोगों को पीएम केयर फंड में दान करना भी चाहिए। दरअसल खबर यह नहीं है, खबर है कि इसके बाद कंपनी ने अपने लगभग 2,000 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है, वो भी बिना किसी नोटिस के। आप भी यही सोच रहे होंगे ना कि 21 करोड़ डोनेट किया तो 2000+ कर्मचारियों को निकाला क्यूं? यदि कर्मचारी को सैलरी देने के पैसे नहीं थे तो 21 करोड़ डोनेट क्यूं किया ?
I don’t understand this. #Indiabulls which donated 21 crores to #PMCARES fund has #laidoff 2000+ #employees with no severance package.
These guys had the money to donate to PM CARES fund but don’t have money to pay salaries for their employees.Why would a company do this?? pic.twitter.com/6oB36pu7qm
— Amar Thakur (@amarthakur) May 20, 2020
इसी बात को लेकर कर्मचारियों द्वारा ट्विटर पर साफ़ तौर विरोध देखा जा सकता है। इस कंपनी के एक कर्मचारी ने #IndiabullsResign लिखकर एक पोस्ट किया जिसमें उसने लिखा कि, “वर्तमान स्थिति जानने के बाद भी #Indiabulls बिना किसी सूचना के लगभग 2000+ कर्मचारियों को निकाल दी है। सबसे पहले उन्होंने हमारे वेतन में कटौती की उसके बाद हमपर खुद रिजाइन देने के लिए दबाव डाला गया। इन कठिन दिनों में लोगों को नई नौकरी कैसे मिलेगी। ”
Indiabulls_Forcing__For_Resign हैशटैग के साथ निकाले गए एक कर्मचारी ने लिखा कि, वायरस से पहले टेंशन और डिप्रेशन ही वैसे कर्मचारियों को मार देगा जो बिना किसी क्लैरीफिकेशन और नोटिस के वॉट्सएप्प कॉल पर कंपनी से निकाले गए हैं। इस कोरोना काल में कंपनियों के अमानवीय बर्ताव के कारण ही लोग अपने होमटाउन लौट रहे हैं।
Before virus, tension and depression will kills emp’s who’s getting fired by their companies thru WhatsApp call without any clarification or any notice period in this corona crisis and creating panic so that they will return to Hometown#Indiabulls_Forcing_For_Resign#Indiabulls
— Yaduvanshi (@Yaduvashi2) May 19, 2020
#indiabullsHarashing के साथ एक अन्य कर्मचारी ने लिखा कि, आज हमलोग को कंपनी मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही है। बिना किसी भी सूचना कंपनी से यह कहते हुए कि मेरी आर्थिक स्थिति बहुत खराब है, मैं अगले महीने से वेतन देने में असमर्थ हूं…. मानसिक रूप से हमें परेशान कर रहे हैं।”
#indiabulls Really now come on platform of ILLOGICAL & INHUMAN policy which makes us bound to choose between to choose resignation & the choose to transfer policy….It means No options for me. https://t.co/Q74pU1lhlK pic.twitter.com/DdY8sAE90m
— DINESH PRASAD SAHU (@DINESHP22969485) May 21, 2020